Yaduvansh jatav Vansh Ka Itihas
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Description
यदुवंश जाटव वंश का इतिहास
यदुवंश जाटव वंश भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण वंश है। इस वंश का इतिहास वेद पुराणों और ऐतिहासिक लेखों में विस्तार से वर्णित है। यदुवंश का उद्भव महाभारत काल में हुआ था और इसका संबंध भगवान कृष्ण के साथ था।
यदुवंश के अनुसार, इस वंश का प्रमुख उद्धव था, जो भगवान कृष्ण के मित्र और साथी थे। उद्धव के पुत्र वसुदेव थे, जिन्होंने द्वारका के राज्य का पालन किया। वसुदेव के पुत्र विर्यवंशी शत्रुघ्न थे, जो लव कुश के साथ राजसी यज्ञ का आयोजन करने के लिए अयोध्या गए थे।
यदुवंश के अनुसार, इस वंश का एक उपवंश जाटव वंश भी है। जाटव वंश भारतीय समाज में एक प्रमुख जाति है और उत्तर भारत में विभिन्न राज्यों में विद्यमान है। जाटव वंश के लोग अपने शौर्य, साहस, और समाज सेवा के लिए प्रसिद्ध हैं।
जाटव वंश का इतिहास उनके प्राचीन संस्कृति, जीवन शैली, और सामाजिक आर्थिक प्रगति का वर्णन करता है। इस वंश के लोगों की विवाह पद्धति, धार्मिक आदर्श, और परंपरा भी उनके इतिहास में महत्वपूर्ण है।
यदुवंश जाटव वंश भारतीय साहित्य और इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसका इतिहास विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं, और इतिहास प्रेमियों के लिए अध्ययन का विषय बनता है।
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